Incidents of forest fire: सर्दियों के सीजन में वनाग्नि की घटनाएं बढ़ी
Incidents of forest fire: सर्दियों के सीजन में वनाग्नि की घटनाएं वन विभाग समेत हर किसी के लिए चुनौती बन गया है। रोजाना जिला मुख्यालय समेत आसपास के ग्रामीण इलाकों में वनाग्नि की घटनाएं सामने आ रही है। बुधवार देर शाम कसारदेवी, लोधिया और स्याहीदेवी में एक साथ जंगल धधक उठे।
Forest Area Engulfed in fire: जंगल में धधकी आग से कई हेक्टेयर जंगल आग की लपेट में
Forest Panchayat Areas: जंगल में धधकी आग से कई हेक्टेयर जंगल आग की भेंट चढ़ गये।
जिले भर में लंबे समस से बारिश नहीं होने से इसका असर दिखाई देने लगा है।
बारिश नहीं होने से जंगलों में नमी पूरी तरह खत्म हो चुकी है।
बुधवार देर शाम अल्मोड़ा-हल्द्वानी राष्ट्रीय राजमार्गके लोधिया, कसारदेवी और स्याहीदेवी में एक साथ आग धधक गई।
देखते ही देखते तीनों क्षेत्रों में आग ने जंगल के बड़े हिस्सों को अपने आगोश में लेलिया और पूरा क्षेत्र आग सेउठे धुएं सेपट गया।
धुएं का असर अगले दिन गुरुवार को भी देखा गया।
ग्रामीणों की सूचना पर मौके पर वन विभाग की टीम पहुंची।
अलग-अलग स्थानों में कड़ी मशक्कत के बाद किसी तरह विभागीय टीम ने काबू पाया।
आग से तीन क्षेत्रों में करीब 2.5 हेक्टेयर जंगल जले हैं।
बीते दो माह के अंतराल में ही जिले भर में वनाग्नि की 30 से अधिक घटनाएं सामने आ चुकी हैं।
इससे लाखों की वन संपदा राख हो गई है। हालांकि इधर, वन विभाग के अनुसार अधिकांश आग की घटनाएं।
City covered in smog: धुंध से पटा रहा शहर
Effect of the fire burning: इन दिनों जंगलों में धधक रही आग का असर मौसम में भी दिखाई रहा है। बुधवार देर शाम तीन स्थानों पर धधके जंगल से उठे धुएं का असर अगले दिन गुरुवार को जिला मुख्यालय में देखा गया। पूरे क्षेत्र में धुंध छाई रही। इससे लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। वहीं, सांस से संबंधित मरीजों को सबसे ज्यादा परेशानी हुई। लोधिया, कसारदेवी और स्याहीदेवी के जंगल में आग लगने की सूचना मिली थी। मौके पर वन विभाग की टीम को भेज आग पर पूरी तरह काबू पालिया गया था। स्याहीदेवी में करीब 1.02 हेक्टेयर जंगल आग की चेपट में आया था।